ताजमहल का दीदार कर के पता चला इसको प्यार की मूरत क्यों कहते हैं ❤️

सलाम, नमस्ते, केम छो दोस्तो?

इश्क़ क्या है???

मेरे हिसाब से कभी आप मौन हो जाएँ, कभी बोलते बोलते खो जाएँ, जब अपने आप की खबर ही न रहे, स्वयं का अस्तित्व किसी और में घुलता जाए। सारी बातें मन ही मन में चलती रहें। न तुम कुछ कहो, न मैं कुछ कहूँ। ऐसा ही कुछ-कुछ होता है जब प्रेम होता है। प्यार का पहला एहसास जागता है तो कुछ-कुछ नहीं बहुत कुछ होता है।

लेकिन कभी-कभी यह समझने में बड़ी कठिनाई होती है कि ये प्यार ही है या और कुछ। ऐसा ही कुछ मेरे संंग भी हो रहा था।           
 
पहला-पहला प्यार हो तो कुछ समझ नहीं आता है कि क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है ऐसा? किसी का अच्छा लगना और फिर एक ही मुलाकात में पूरी जिंदगी बन जाना.... ये कैसा एहसास है, जिसने पूरे जीवन को बदल डाला है। जिंदगी बदल गई है वो सब कुछ हो रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ ।

आप सोच रहे होंगे कि मैं इश्क़ प्यार की बातें क्यों कर रहा हूं चलो फिर मैं बताता हूं???

 ये उन दिनों की बात हैं जब इंसान के जीवन में कोई वो क्या कहते हैं someone special 🥰 इंसान आता और गिटार, संगीत,  और वहीं हवाएं जो पहले भी चलती थी पर उसके आने के बाद कुछ जादा ही तेज़ चलने लगती हैं बस मै उसी दौर से गुज़र रहा था उसमे ही मेरे दोस्तों ने ताजमहल देखने का प्लान बना लिया फिर क्या था इश्क़ में खुमार था और कोई इश्क़ के निशानी को देखने की बात करे तो कैसे मना कर सकता हूं। तो मैंने भी बैग पैक किया और निकल गया आगरा के लिए। वैसे तो मैं ताजमहल तीन चार बार गया हूं पर मैं अपना पहला अनुभव आप के संग शेयर करना चाहूंगा।

सिर्फ इशारों में होती मोहब्बत
तो इन अल्फाजों को खूबसूरती कौन देता,
बस इक पत्थर बनकर रह जाता ताजमहल
अगर इश्क़ इसे अपनी पहचान न देता।


मैं और मेरे दोस्तों ने ट्रेन से आगरा जाने का प्लान किया और हम निकल लिए जयपुर से आगरा के लिए। रात का सफर था और मैं रात भर ये सोचता रहा कैसा होगा ताजमहल यही सोचते सोचते सुबह हो गई।

आइए ताजमहल के बारे में कुछ बात करते हैं,

ताजमहल का इतिहास

बेशक आप सभी ये जानते ही होंगे कि आगरा का ताजमहल किसने बनवाया और ताजमहल कब बना? मुगल सम्राट शाहजहाँ ने इसे अपनी प्रिय बेगम मुमताज़ महल के लिए 1632 में बनवाया था। महल में बेगम की समाधी रखी गई है। महल को मुगल वास्तुकला से ऊकेरा गया है। उस्ताद अहमद लाहौरी दरबार के वास्तुकार थे, जिनकी निगरानी में 20,000 कलाकारों ने इसे तैयार किया था। ताजमहल की ऊँचाई 73 मीटर है। यह कहा जाता है कि शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले सभी कारिगरों के हाथ कटवा दिए थे। ताकि भविष्त्र में कभी भी इसके जैसा महल न बन सके।

आगरा का ताजमहल के बारे में

आगरे का ताजमहल की प्रशंसा करते-करते आप थक नहीं पाऐंगे। इसका हर एक हिस्सा तारीफ का पात्र है। ऊपर से लेकर नीचे तक, अंदर से लेकर बाहर तक आप हर हिस्से की बारीकी से की गई कारीगरी को बखूबी समझ पाऐंगे।


यमुना नदी के दक्षिणी तट पर बसा प्रेम व सौंदर्य का प्रतीक आपको हरे-भरे बगीचों की भी सैर करवाएगा। इसकी वास्तुकला को देखकर तो आप इसके मुरीद हो जाऐंगे। आप घंटों तक इसे देखने में लीन हो जाऐंगे। समय का आभास आपको हो ही नहीं पाएगा। पूल में ताजमहल का झलकता सुंदर प्रतिबिंब आपकी आँखों को चमका देगा। समाधि को सुरक्षित करते चारों तरफ बने स्तंभ भी संगमरमर से बनाए गए हैं। मुख्य समाधि के पास दो इमारतें है – पहला है, गैस्टहाऊस व दूसरा है, मस्जिद। इन दोनों को लाल बलुआ पत्थर से बड़ी ही बारीकी से बनाया गया है। अंदर के हिस्से को फ़ारसी वास्तुकला से गढ़ा गया है, वहीं बाहरी हिस्सा मुगल वास्तुकला की छाप छोड़ता है।


आगरा के ताजमहल की टिकट कीमत व समय

ताजमहल हफ्ते में सिर्फ एक दिन बंद रहता है। वह शुक्रवार है। इस दिन को छोड़कर आप किसी भी दिन आगरा के ताजमहल की फोटो लेने व इसकी खूबसूरती का दीदार करने आ सकते हैं। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक यह सभी पर्यटकों के लिए खुला रहता है। भारतीय यात्रियों के लिए टिकट की कीमत ₹20 व विदेशी यात्रियों के लिए ₹750 और सार्क यात्रियों के लिए इसकी कीमत ₹510 रखी गई है। 15 वर्ष से कम उम्र के किसी भी बच्चें की कोई टीकट नहीं है, वे मुफ्त में खूबसूरती का दीदार कर सकते हैं।


आगरा का ताजमहल कैसे पहुँचे ?


अगर आपको आगरा का ताजमहल देखना है तो वहाँ तक पहुँचने के लिए आपको उचित साधन के बारे में पता होना चाहिए। वैसे हम लोग तो ट्रेन से गए थे जयपुर टू आगरा पर मैं आपको बताता हूं  कि कैसे अलग-अलग राज्यों और देशों से यहाँ पहुँचा जा सकता है।

हवाईजहाज द्वारा

ताजमहल पहुँचने का सबसे तेज़ तरीका है हवाईजहाज द्वारा। आगरा सिटी से 7 किमी की दूरी पर आगरा का हवाई अड्डा है। यहाँ विभिन्न स्थानों से फ्लाईट आती है जो बेहद सुविधा पूर्ण है। यहाँ पहुँचकर आप किसी भी स्थानीय परिवहन से ताजमहल पहुँच सकते हैं। यहाँ से ताजमहल की दूरी 12.7 किमी है।

ट्रेन द्वारा

भारत की अनेकों ट्रेन हैं जो उन्हें आगरा से जोड़ती हैं। आगरा के मुख्य रेलवे स्टेशन के अलावा दो अन्य रेलवे स्टेशन भी हैं। पर मुख्य रेलवे स्टेशन(आगरा कैंट) पर उतरकर आप किसी भी स्थानीय परिवहन से आसानी से ताजमहल पहुँच सकते हैं। यहाँ से ताजमहल की दूरी 6.3 किमी है।

सड़क परिवहन द्वारा

आगरा के बस स्टैंड ईदगाह तक विभिन्न शहरों से बसें आती है। आप आगरा जाने वाली किसी भी बस से यहाँ तक पहुँच सकते है। यहाँ उतरकर किसी स्थानीय परिवहन की सहायता से आप ताजमहल पहुँच जाऐंगे। यहाँ से ताजमहल की दूरी केवल 5.8 किमी है।


ज़िंदा है शाहजहाँ की चाहत अब तक,
गवाह है मुमताज़ की उल्फत अब तक,
जाके देखो ताज महल को ए दोस्तों,
पत्थर से टपकती है मोहब्बत अब तक…

 ताजमहल में बिताए हमारे कुछ लम्हें और यांदे.....


पढ़ने के लिए धन्यवाद। अपने सुंदर विचारों और रचनात्मक प्रतिक्रिया को साझा करें अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो।


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